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Monday 10 August 2015

वेब पत्रकारिता लेखन- भाषा, उपकरण तथा सामग्री

वेब पत्रकारिता लेखन व भाषा
वेब पत्रकारिता, प्रकाशन और प्रसारण की भाषा में आधारभूत अंतर है। प्रसारण व वेब-पत्रकारिता की भाषा में कुछ समानताएं हैं। रेडियो/ टीवी प्रसारणों में भी साहित्यिक भाषा, जटिल व लंबे शब्दों से बचा जाता है। आप किसी प्रसारण में, 'हेतु, प्रकाशनाधीन, प्रकाशनार्थ, किंचित, कदापि, यथोचित इत्यादि' जैसे शब्दों का उपयोग नहीं पाएँगे।   कारणप्रसारण ऐसे शब्दों से बचने का प्रयास करते हैं जो उच्चारण की दृष्टि से असहज हों या जन-साधारण की समझ में न आएं। ठीक वैसे ही वेब-पत्रिकारिता की भाषा भी सहज-सरल होती है।
वेब का हिंदी पाठक-वर्ग आरंभिक दौर में अधिकतर ऐसे लोग थे जो वेब पर अपनी भाषा पढ़ना चाहते थे, कुछ ऐसे लोग थे जो विदेशों में बसे हुए थे किंतु अपनी भाषा से जुड़े रहना चाहते थे या कुछ ऐसे लोग जिन्हें किंहीं कारणों से हिंदी सामग्री उपलब्ध नहीं थी जिसके कारण वे किसी भी तरह की हिंदी सामग्री पढ़ने के लिए तैयार थे। आज परिस्थितिएं बदल गई हैं मुख्यधारा वाला मीडिया ऑनलाइन उपलब्ध है और पाठक के पास सामग्री चयनित करने का विकल्प है।
इंटरनेट का पाठक अधिकतर जल्दी में होता है और उसे बांधे रखने के लिए आपकी सामग्री पठनीय, रूचिकर व आकर्षक हो यह बहुत आवश्यक है। यदि हम ऑनलाइन समाचार-पत्र की बात करें तो भाषा सरल, छोटे वाक्य व पैराग्राफ भी अधिक लंबे नहीं होने चाहिए।
विशुद्ध साहित्यिक रुचि रखने वाले लोग भी अब वेब पाठक हैं और वे वेब पर लंबी कहानियां व साहित्य पढ़ते हैं। उनकी सुविधा को देखते हुए भविष्य में साहित्य डॉउनलोड करने का प्रावधान अधिक उपयोग किया जाएगा ऐसी प्रबल संभावना है।  साहित्य की वेबसाइटें स्तरीय साहित्य का प्रकाशन कर रही हैं और वे निःसंदेह साहित्यिक भाषा का उपयोग कर रही हैं लेकिन उनके पास ऐसा पाठक वर्ग तैयार हो चुका है जो साहित्यिक भाषा को वरियता देता है।
सामान्य वेबसाइट के पाठक जटिल शब्दों के प्रयोग व  साहित्यिक भाषा से दूर भागते हैं, वे आम बोल-चाल की भाषा अधिक पसंद करते हैं अन्यथा वे एक-आध मिनट ही साइट पर रूककर साइट से बाहर चले जाते हैं।
सामान्य पाठक-वर्ग को बाँधे रखने के लिए आवश्यक है कि साइट का रूप-रंग आकर्षक हो, छायाचित्र व ग्राफ्किस  अर्थपूर्ण हों, वाक्य और पैराग्राफ़ छोटे हों, भाषा सहज व सरल हो। भाषा खीचड़ी न हो लेकिन यदि उर्दू या अंग्रेज़ी के प्रचलित  शब्दों का उपयोग करना पड़े तो इसमें कोई बुरी बात न होगी। भाषा सहज होनी चाहिए शब्दों का ठूंसा जाना किसी भी लेखन को अप्रिय बना देता है।
इंटरनेट के प्रचार-प्रसार और निरंतर तकनीकी विकास ने एक ऐसी वेब मीडिया को जन्म दिया, जहाँ अभिव्यक्ति के पाठ्य, दृश्य, श्रव्य एवं दृश्य-श्रव्य सभी रूपों का एक साथ क्षणमात्र में प्रसारण संभव हुआ। यह वेब मीडिया ही न्यू मीडियाहै, जो एक कंपोजिट मीडिया है, जहाँ संपूर्ण और तत्काल अभिव्यक्ति संभव है, जहाँ एक शीर्षक अथवा विषय पर उपलब्ध सभी अभिव्यक्‍तियों की एक साथ जानकारी प्राप्त करना संभव है, जहाँ किसी अभिव्यक्ति पर तत्काल प्रतिक्रिया देना ही संभव नहीं, बल्कि उस अभिव्यक्ति को उस पर प्राप्त सभी प्रतिक्रियाओं के साथ एक जगह साथ-साथ देख पाना भी संभव है। इतना ही नहीं, यह मीडिया लोकतंत्र में नागरिकों के वोट के अधिकार के समान ही हरेक व्यक्ति की भागीदारी के लिए हर क्षण उपलब्ध और खुली हुई है।


इंटरनेट पत्रकारिता के उपकरण-
वेब पत्रकारिता प्रिंट और इलेक्ट्रानिक माध्यम की पत्रकारिता से भिन्न है । वेब पत्रकारिता के लिए लेखन की समस्त दक्षता के साथ-साथ कंप्यूटर और इंटरनेट की बुनियादी ज्ञान के अलावा कुछ आवश्यक सॉफ्टवेयरों के संचालन में प्रवीणता भी आवश्यक है जैसेः-

1। प्रिंटिग एवं पब्लिशिंग टूल्स - पेजमेकर, क्वार्क एक्सप्रेस, एमएमऑफिस आदि ।
2। ग्राफिक टूल्स - कोरल ड्रा, एनिमेशन, फ्लैश, एडोब फोटोशॉप आदि ।
3। सामग्री प्रबंधन टूल्स एचटीएमएल, फ्रंटपेज, ड्रीमवीवर, जूमला, द्रुपल, लेन्या, मेम्बू, प्लोन, सिल्वा, स्लेस, ब्लॉग, पोडकॉस्ट, यू ट्यूब आदि।
4। मल्टीमीडिया टूल्स- विंडो मीडिया प्लेयर, रियल प्लेयर, आदि ।
5। अन्य टूल्स- ई-मेलिंग, सर्च इंजन, आरएसएस फीड, विकि टेकनीक, मैसेन्जर, विडियो कांफ्रेसिंग, चेंटिंग, डिस्कशन फोरम ।

वेब पत्रकारिता में सामग्री
भारत के इंटरनेट समाचार पत्र मुख्यतः अपने मुद्रित संस्करणों की सामग्री यथा लिखित सामग्री और फोटो ही उपयोग लाते हैं।

ऑनलाइन समाचार पत्रों का ले आउट मुद्रित संस्करणों की तरह नहीं होता है, मुद्रित संस्करणों की सामग्री 8 कॉलमों में होती हैं । ऑनलाइन पत्र की सामग्री कई रूपो में होती हैं । इसमें एक मुख्य पृष्ठ होता है जो कंप्यूटर के मॉनीटर में प्रदर्शित होता है जहाँ विविध खंडों में सामग्री के मुख्य शीर्षक हुआ करते हैं । इसके अलावा प्रमुख समाचारों और मुख्य विज्ञापनों को भी मुख्य पृष्ठ में रखा जाता है जिन्हें क्लिक करने पर उस समाचार, फोटो, फीचर, ध्वनि या दृश्य का लिंक किया हुआ पृष्ठ खुलता है और तब पाठक उसे विस्तृत रूप में पढ़, देख या सुन सकता है। समाचार सामग्री को वर्गीकृत करने वाले मुख्य शीर्षकों का समूह अधिकांशतः हर पृष्ठों में हुआ करते हैं । ये शीर्षक समाचारों के स्थान, प्रकृति इत्यादि के आधार पर हुआ करते हैं जैसे विश्व, देश, क्षेत्रीय, शहर अथवा राजनीति, समाज, खेल, स्वास्थ्य, मनोरंजन, लोकरूचि, प्रौद्योगिकी आदि। ये सभी अन्य पृष्ठ या वेबसाइट से लिंक्ड रहते हैं। इस तरह से एक पाठक केवल अपनी इच्छानुसार ही संबंधित सामग्री का उपयोग कर सकता है। पाठक एक ई-मेल या संबंधित साइट में ही उपलब्ध प्रतिक्रिया देने की तकनीकी सुविधा का उपयोग कर सकता है। वांछित विज्ञापन के बारे में विस्तृत जानकारी भी पाठक उसी समय जान सकता है जबकि एक मुद्रित संस्करण में यह असंभव होता है। इस तरह से ऑनलाइन संस्करणों में ऑनलाइन शापिंग का भी रास्ता है। मुद्रित संस्करणों में पृष्ठों की संख्या नियत और सीमित हुआ करती है जबकि ऑनलाइन संस्करणों में लेखन सामग्री और ग्राफिक्स की सीमा नहीं होती है। ऑनलाइन पत्रों की एक विशेषता यह भी है कि उसके पाठकों की संख्या यानी रीडरशिप उसी क्षण जानी जा सकती है ।

वेब-पत्रकारिता का सामान्य वर्गीकरण
इंटरनेट अब दूरस्थ पाठकों के लिए समाचार प्राप्ति का सबसे प्रमुख माध्यम बन चुका है। वर्तमान समय में इंटरनेट आधारित पत्र-पत्रिकाओं की संख्या निरंतर बढ़ती जा रही है । इसमें दैनिक, साप्ताहिक, पाक्षिक,मासिक, त्रैमासिक सभी तरह की आवृत्तियों वाले समाचार पत्र और पत्रिकाएं शामिल हैं ।

विषय वस्तु की दृष्टि से इन्हें हम समाचार प्रधान, शैक्षिक, राजनैतिक, आर्थिक आदि केंद्रित मान सकते हैं। यद्यपि इंटरनेट पर ऑनलाइन सुविधा के कारण स्थानीयता का कोई मतलब नहीं रहा है किन्तु समाचारों की महत्ता और प्रांसगिकता के आधार पर वर्गीकरण करें तो ऑनलाइन पत्रकारिता को भी हम स्थानीय, प्रादेशिक, राष्ट्रीय या अंतरराष्ट्रीय स्तर देख सकते हैं । जैसे नोएडा के ग्रेनो न्यूज डॉट कॉम  को स्थानीय, दैनिक छत्तीसगढ़ डॉट कॉम को प्रादेशिक, नवभारत टाइम्स डॉट कॉम को राष्ट्रीय और बीबीसी डॉट कॉम, डॉट काम को अंतरराष्ट्रीय स्तर की ऑनलाइन समाचार पत्र मान सकते हैं ।

वेब- पत्रकारिता

वेब- पत्रकारिता
वेब पत्रकारिता को हम इंटरनेट पत्रकारिता, ऑनलाइन पत्रकारिता, सायबर पत्रकारिता आदि नाम से जानते हैं। जैसा कि नाम से ही स्पष्ट है यह कंप्यूटर और इंटरनेट के सहारे संचालित ऐसी पत्रकारिता है जो डिजिटल तंरगों के माध्यम से प्रदर्शित होती है और जिसकी पहुँच किसी एक पाठक, एक गाँव, एक प्रखंड, एक प्रदेश, एक देश तक नहीं बल्कि समूचे विश्व में है। वेब पत्रकारिता के पाठकों की संख्या को परिसीमित नहीं किया जा सकता तथा इसकी उपलब्धता भी सार्वत्रिक है। इसके लिए मात्र इंटरनेट और कंप्यूटर, लैपटॉप, पॉमटॉप या मोबाईल की ही जरूरत होती है। इंटरनेट के ऐसा माध्यम से वेब-मीडिया सर्वव्यापकता को भी चरितार्थ करती है जिसमें ख़बरें दिन के चौबीसों घंटे और हफ़्ते के सातों दिन उपलब्ध रहती हैं। वेब पत्रकारिता की विशिष्टता यह है कि इसमें उपलब्ध किसी दैनिक, साप्ताहिक, मासिक पत्र-पत्रिका को सुरक्षित रखने के लिए किसी अलमारी या लायब्रेरी की जरूरत नहीं होती। समाचार पत्रों और टेलिविज़न की तुलना में इंटरनेट पत्रकारिता की उम्र बहुत कम है लेकिन उसका विस्तार बहुत तेज़ी से हुआ है। ऑनलाइन पत्रकारिता में मल्टीमीडिया का प्रयोग होता है जिसमें, टैक्स्ट, ग्राफिक्स, ध्वनि, संगीत, गतिमान वीडियो, थ्री-डी एनीमेशन, रेडियो ब्रोडकास्टिंग प्रमुख हैं । परंपरागत प्रिंट मीडिया पाठकों को एक ही समय पर संपूर्ण संदर्भ उपलब्ध नहीं करा सकता किन्तु ऑनलाइन पत्रकारिता में मात्र एक हाइपरलिंक के द्वारा वह भी संभव है।

वेब-पत्रकारिता का आदिकाल
दुनिया जिस तरह से प्रौद्योगिकी केंद्रित होती जा रही है उसे देखकर कहा जा सकता है कि भविष्य में उसकी दिनचर्चा को कंप्यूटर और इंटरनेट जीवन-साथी की तरह संचालित करेंगे, यह कहना अतिशयोक्ति नहीं होगा कि सूचना और संचार प्रिय दुनिया भविष्य में इंटरनेट आधारित पत्रकारिता पर अधिक विश्वास करेगी। पश्चिमी देश के परिदृश्य यही सिद्ध करते हैं जहाँ प्रिंट मीडिया का स्थान धीरे-धीरे इलेक्ट्रानिक मीडिया ने ले लिया और अब वहाँ वेब-मीडिया या ऑनलाइन मीडिया का बोलबाला है। 1970 – 1980 के दशक में जब कंप्यूटर का व्यापक प्रयोग होने लगा तब समाचार पत्र के उत्पादन विधि में परिवर्तन आने लगा। 1980 में अमेरिका के न्यूयार्क टाइम्स, वॉल स्ट्रीट जनरल, डाव जोन्स ने अपने-अपने प्रिंट संस्करणों के साथ-साथ समाचारों का ऑनलाइन डेटाबेस रखना भी प्रारंभ किया। वेब-पत्रकारिता या ऑनलाइन पत्रकारिता को तब और गति मिली जब 1981 में टेंडी द्वारा लैटटॉप कंप्यूटर का विकास हुआ । इससे किसी एक जगह से ही समाचार संपादन, प्रेषण करने की समस्या समाप्त हो गई।

1983 में ऑनलाइन समाचार पत्रों के प्रचलन में क्रांतिकारी परिवर्तन आया जब अमेरिका के Knight-Ridder newspaper group ने AT&T के साथ मिलकर लोगों की माँग पर प्रायोगिक तौर पर उनके कंप्यूटर और टेलिविजन पर समाचार उपलब्ध कराने लगे । 90 के दशक तक संवाददाता कंप्यूटर, मॉडेम, इंटरनेट या सैटेलाइट का प्रयोग कर विश्व से कहीं भी तत्क्षण समाचार भेजने और प्रकाशित करने में सक्षम हो गए । 1998 में प्रतिदिन विश्व के लगभग 50 मिलियन लोग इंटरनेट का उपयोग किया करते थे। अमेरिका की टाइम मैग्जीन एकमात्र ऐसी पत्रिका थी जो 1994 में इंटरनेट पर प्रारंभ हुई । उसके बाद 450 पत्रिकाओं और समाचार पत्र प्रकाशनों ने इंटरनेट में स्वयं को प्रतिष्ठित किया । तब भी इंटरनेट पर कोई समाचार एंजेसी कार्यरत नहीं थी किन्तु एक अनुमान के अनुसार दिसम्बर 1998 के अंत तक 4700 मुद्रित समाचार पत्र इंटरनेट पर थे ।

भारत में वेब-पत्रकारिता का विकास
जहाँ तक भारत में वेब-पत्रकारिता के विकास का प्रश्न है तो उसे मात्र 20 वर्ष ही हुए हैं । भारत में इंटरनेट की सुविधा 1990 के मध्य में मिलने लगी। चैन्नई का द हिन्दूपहला भारतीय अख़बार है जिसका इंटरनेट संस्करण 1995 को जारी हुआ लेकिन तीन वर्ष में 1998 तक लगभग 48 समाचार पत्र ऑनलाइन हो चुके थे । ये समाचार पत्र केवल अंग्रेजी में नहीं अपितु अन्य भारतीय भाषाओं जैसे हिंदी, मराठी, मलयालम, तमिल, गुजराती भाषा में थे । इस अनुक्रम में ब्लिट्ज, इंडिया टुडे, आउटलुक और द वीक भी इंटरनेट पर ऑनलाइन हो चुकी थीं । ऑनलाइन भारतीय समाचार पत्रों और पत्रिकाओं की पाठनीयता भारत से कहीं अधिक अमेरिका सहित अन्य देशों में है जहाँ भारतीय मूल के प्रवासी लोग रहते हैं या अस्थायी तौर पर रोजगार में संलग्न हैं।

न्यू मीडिया- संसाधन तथा भविष्य

न्यू मीडिया
न्यू मीडिया वास्तव में परम्परागत मीडिया का संशोधित रूप है जिसमें क्रांतिकारी तकनीकी परिवर्तन व इसका नया रूप सम्मलित है। 'न्यू मीडिया' संचार का वह संवादात्मक स्वरूप है जिसमें इंटरनेट का उपयोग करते हुए हम पॉडकास्ट, आर एस एस फीड, सोशल नेटवर्क (फेसबुक, माई स्पेस, ट्वीट्र), ब्लाग्स, विक्किस, टैक्सट मैसेजिंग इत्यादि का उपयोग करते हुए पारस्परिक संवाद स्थापित करते हैं। यह संवाद माध्यम बहु-संचार संवाद का रूप धारण कर लेता है जिसमें पाठक/ दर्शक/ श्रोता तुरंत अपनी टिप्पणी न केवल लेखक/ प्रकाशक से साझा कर सक

ते हैं, बल्कि अन्य लोग भी प्रकाशित/ प्रसारित/ संचारित विषय-वस्तु पर अपनी टिप्पणी दे सकते हैं। यह टिप्पणियां एक से अधिक भी हो सकती है अर्थात बहुधा सशक्त टिप्पणियां परिचर्चा में परिवर्तित हो जाती हैं। उदाहरणत: आप फेसबुक को ही लें - यदि आप कोई संदेश प्रकाशित करते हैं और बहुत से लोग आपकी विषय-वस्तु पर टिप्पणी देते हैं तो कई बार पाठक-वर्ग परस्पर परिचर्चा आरम्भ कर देते हैं और लेखक एक से अधिक टिप्पणियों का उत्तर देता है।
न्यू मीडिया संसाधन
न्यू मीडिया का प्रयोग करने हेतु कम्प्यूटर, मोबाइल जैसे उपकरण जिनमें इंटरनेट की सुविधा हो, की आवश्यकता होती है। न्यू मीडिया प्रत्येक व्यक्ति को विषय-वस्तु का सृजन, परिवर्धन, विषय-वस्तु का अन्य लोगों से साझा करने का अवसर समान रूप से प्रदान करता है। न्यू मीडिया के लिए उपयोग किए जाने वाले संसाधन अधिकतर निःशुल्क या काफी सस्ते उपलब्ध हो जाते हैं।
न्यू मीडिया का भविष्य
यह सत्य है कि समय के अंतराल के साथ न्यू मीडिया की परिभाषा और स्वरूप दोनों बदल जाएं। जो आज नया है संभवत भविष्य में नया न रह जाएगा अथवा इसे कोई अन्य संज्ञा दे दी जाए। भविष्य में इसके अभिलक्षणों में बदलाव, विकास या अन्य मीडिया में विलीन होने की संभावना से भी इनकार नहीं किया जा सकता।
न्यू मीडिया ने बड़े सशक्त रूप से प्रचलित पत्रकारिता को प्रभावित किया है। जैसे जैसे नई तकनीक, आधुनिक सूचना-प्रणाली विकसित हो रही है वैसे वैसे संचार माध्यमों व पत्रकारिता में बदलाव अवश्यंभावी है।
न्यू मीडिया और ऑनलाइन पत्रकारिता की नई माँगें

नि:संदेह न्यू मीडिया बड़े सशक्त रूप से परंपरागत प्रचलित मीडिया को प्रभावित कर रहा है। आज पत्रकारों को न्यू मीडिया से जुड़ने के लिए नई तकनीकआधुनिक सूचना-प्रणालीसोशल-मीडिया, सर्च इंजन प्रवीणता और वेब शब्दावली से परिचय होना अति-आवश्यक हो गया है। केवल ब्लागिंग मात्र करने से आप संपूर्ण वेब-पत्रकार नहीं कहलाते। वेब-पत्रकारिता का क्षेत्र काफी विस्तृत है और आपको पत्रकारिता के अतिरिक्त वेब,मल्टीमीडियासर्च इंजन और उनकी कार्यप्रणाली व ग्रॉफिक की समझ होनी चाहिए। इन तत्वों के बिना भी आप न्यू मीडिया में काम तो कर सकते हैं परंतु एक सक्षम वेब पत्रकार के लिए इनमें प्रवीणता हासिल करना उपयोगी होगा।

भारत के प्रमुख पत्रकारिता संस्थान

दिल्ली के प्रमुख पत्रकारिता संस्थान

इंटरनेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ मास मीडिया,साउथ एक्स- 1, दिल्ली
2 वर्षीय स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम

इंटरनेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट, मीडिया एंड इन्फॉरमेशन टेकनॉलजी,जीटीबी नगर, दिल्ली
3 वर्षीय स्नातक पाठ्यक्रम, 2 वर्षीय स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम तथा डिप्लोमा पाठ्यक्रम
गुरू जंभेश्वर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, हिसार से संबद्ध

Apeejay इंस्टीट्यूट ऑफ मास कम्युनिकेशन,द्वारका , दिल्ली
1 वर्षीय स्नातकोत्तर डिप्लोमा पाठ्यक्रम

जगन्नाथ इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट साइंस,लाजपत नगर, दिल्ली
3 वर्षीय स्नातक पाठ्यक्रम
जगन्नाथ विश्वविद्यालय से संबद्ध

NBA स्कूल ऑफ  मास कम्युनिकेशन,सरोजनी नगर, दिल्ली
2 वर्षीय स्नातकोत्तर डिप्लोमा पाठ्यक्रम
जंभेश्वर विश्वविद्यालय से संबद्ध

विवेकानंद इंस्टीट्यूट ऑफ प्रोफेशनल स्टडीज,पीतमपुरा, दिल्ली
3 वर्षीय स्नातक पाठ्यक्रम
गुरू गोविंद सिंह इंदप्रस्थ विश्वविद्यालय से संबद्ध

महाराजा अग्रसेन  इंस्टीट्यूट ऑफ टेकनॉलजी,रोहिणी, दिल्ली
3 वर्षीय स्नातक पाठ्यक्रम

दिल्ली विश्वविद्यालय,नार्थ कैम्पस, दिल्ली
हिंदी पत्रकारिता में 3 वर्षीय स्नातक पाठ्यक्रम

फेयरफील्ड इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट एंड टेकनॉलजी,कापसहेरा, दिल्ली
3 वर्षीय स्नातक पाठ्यक्रम
गुरू गोविंद सिंह इंदप्रस्थ विश्वविद्यालय से संबद्ध

इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ  मास कम्युनिकेशन,कुतुब इंस्टीट्यूशनल एरिया, दिल्ली
1 वर्षीय स्नातकोत्तर डिप्लोमा पाठ्यक्रम

जामिया मीलिया इस्लामिया,जामिया नगर, दिल्ली
1 वर्षीय स्नातकोत्तर डिप्लोमा पाठ्यक्रम

महिला पॉलीटेक्निक, रोहतक, दिल्ली
3 वर्षीय स्नातक पाठ्यक्रम तथा डिप्लोमा पाठ्यक्रम

दिल्ली कॉलेज ऑफ आर्टस एंड कामर्स,नेता जी नगर, दिल्ली
3 वर्षीय स्नातक पाठ्यक्रम
दिल्ली विश्वविद्यालय से संबद्ध

भारतीय विद्याभवन, दिल्ली,कनॉट प्लेस, दिल्ली
1 वर्षीय स्नातकोत्तर डिप्लोमा पाठ्यक्रम
गुरू जंभेश्वर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, हिसार से संबद्ध

हैरिटेज इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट एंड  कम्युनिकेशन,महारानी बाग, दिल्ली
3 वर्षीय स्नातक पाठ्यक्रम तथा स्नातकोत्तर डिप्लोमा पाठ्यक्रम

दिल्ली स्कूल ऑफ कम्युनिकेशन,साकेत, दिल्ली
2 वर्षीय डिप्लोमा पाठ्यक्रम

कालिंदी कॉलेज,पटेल नगर, दिल्ली
4 वर्षीय स्नातक पाठ्यक्रम
दिल्ली विश्वविद्यालय से संबद्ध

महाराजा अग्रसेन कॉलेज,मयूर विहार-1, दिल्ली
4 वर्षीय स्नातक पाठ्यक्रम
दिल्ली विश्वविद्यालय से संबद्ध

न्यू दिल्ली इंस्टीट्यूट ऑफ इन्फॉरमेशन टेकनॉलजी  एंड मैनेजमेंट,कालका जी, दिल्ली
3 वर्षीय स्नातक पाठ्यक्रम, 2 वर्षीय स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम
जोधपुर राष्ट्रीय विश्वविद्यालय से संबद्ध

दून बिजनेस स्कूल,द्वारका, दिल्ली
3 वर्षीय स्नातक पाठ्यक्रम, 2 वर्षीय स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम
हेमवती नंदन बहुगुणा गड़वाल विश्वविद्यालय से संबद्ध

एमिटी स्कूल ऑफ कम्युनिकेशन,डिफेंस कॉलोनी, दिल्ली
3 वर्षीय स्नातक पाठ्यक्रम

आरके फिल्म एंड मीडिया एकेडमी,करोल बाग, दिल्ली
3 वर्षीय स्नातक पाठ्यक्रम तथा डिप्लोमा पाठ्यक्रम

भूमिका फिल्म्स एंड मीडिया इंस्टीट्यूट,साउथ एक्स- 1, दिल्ली
3 वर्षीय स्नातक पाठ्यक्रम, 2 वर्षीय स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम तथा डिप्लोमा पाठ्यक्रम
जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय से संबद्ध

श्री अरविंदो सेंटर फॉर आर्ट एंड कम्युनिकेशन,कुतुब इंस्टीट्यूशनल एरिया, दिल्ली
1 वर्षीय स्नातकोत्तर डिप्लोमा पाठ्यक्रम

लेडी श्री राम कॉलेज फॉर वूमेन,लाजपत नगर, दिल्ली
4 वर्षीय स्नातक पाठ्यक्रम
दिल्ली विश्वविद्यालय से संबद्ध

श्री गुरू गोविंद सिंह कॉलेज ऑफ कामर्स,पीतमपुरा, दिल्ली
1 वर्षीय स्नातकोत्तर डिप्लोमा पाठ्यक्रम
दिल्ली विश्वविद्यालय से संबद्ध

NAM इंस्टीट्यूट ऑफ प्रोफेशनल स्टडीज,साउथ एक्स- 1, दिल्ली
2 वर्षीय स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम
पंजाब टेक्निकल विश्वविद्यालय से संबद्ध

IAAN स्कूल ऑफ मास कम्युनिकेशन,न्यू फ्रेंड्स कॉलोनी, दिल्ली
3 वर्षीय स्नातक पाठ्यक्रम, 2 वर्षीय स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम तथा 1 वर्षीय स्नातकोत्तर डिप्लोमा पाठ्यक्रम
पंजाब टेक्निकल विश्वविद्यालय तथा माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय से संबद्ध

ITV स्कूल ऑफ मीडिया मैनेजमेंट,ओखला, दिल्ली
1 वर्षीय डिप्लोमा पाठ्यक्रम

भीमराव अंबेडकर कॉलेज,यमुना विहार, दिल्ली
3 वर्षीय स्नातक पाठ्यक्रम
दिल्ली विश्वविद्यालय से संबद्ध

आदिति महाविद्यालय,रोहिणी, दिल्ली
4 वर्षीय स्नातक पाठ्यक्रम
दिल्ली विश्वविद्यालय से संबद्ध

कस्तूरी राम ग्लोबल इंस्टीट्यूट ऑफ प्रोफेशनल स्टडीज,प्रशांत विहार, दिल्ली
3 वर्षीय स्नातक पाठ्यक्रम

टेक वन स्कूल ऑफ मास कम्युनिकेशन,ईस्ट ऑफ कैलास, दिल्ली
3 वर्षीय स्नातक पाठ्यक्रम, 2 वर्षीय स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम
श्री विवेकानंद विश्वविद्यालय, गजरौला से संबद्ध

प्राण मीडिया इंस्टीट्यूट,मालवीय नगर, दिल्ली
3 वर्षीय स्नातक पाठ्यक्रम, 2 वर्षीय स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम
महात्मा गांधी विश्वविद्यालय से संबद्ध

पैराडाइज एकेडमी,पीतमपुरा, दिल्ली
1 वर्षीय स्नातकोत्तर डिप्लोमा पाठ्यक्रम

AJK मास कम्युनिकेशन रिसर्च सेंटर,ओखला, दिल्ली
1 वर्षीय स्नातकोत्तर डिप्लोमा पाठ्यक्रम
जामिया मीलिया इस्लामिया से संबद्ध

औरा इंस्टीट्यूशन,नजफगढ़, दिल्ली
1 वर्षीय स्नातकोत्तर डिप्लोमा पाठ्यक्रम
IGNOU से संबद्ध

कॉस्मिक इंस्टीट्यूशन ऑफ निओ इंटरटेनमेंट, मीडिया एंड आर्टस
3 वर्षीय स्नातक पाठ्यक्रम, 2 वर्षीय स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम तथा स्नातकोत्तर डिप्लोमा पाठ्यक्रम
सिक्किम मणिपाल विश्वविद्यालय से संबद्ध

कमला नेहरू कॉलेज,महरौली, दिल्ली
4 वर्षीय स्नातक पाठ्यक्रम
दिल्ली विश्वविद्यालय से संबद्ध

गुरुदेव मीडिया एंड एनिमेशन कॉलेज,लक्ष्मी नगर, दिल्ली
3 वर्षीय स्नातक पाठ्यक्रम, 2 वर्षीय स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम
पंजाब टेक्निकल विश्वविद्यालय से संबद्ध

RKCS एजुकेशनल सोसाइटी,पंजाबी बाग, दिल्ली
3 वर्षीय स्नातक पाठ्यक्रम, डिप्लोमा पाठ्यक्रम
माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय से संबद्ध

इंस्टीट्यूट ऑफ मीडिया मैनेजमेंट एंड कम्युनिकेशन स्टडीज,गौतम नगर, दिल्ली
3 वर्षीय स्नातक पाठ्यक्रम, 2 वर्षीय स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम
माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय से संबद्ध

मीडिया सक्सेज एकेडमी,लक्ष्मी नगर, दिल्ली
3 वर्षीय स्नातक पाठ्यक्रम, डिप्लोमा पाठ्यक्रम

मधुबाला इंस्टीट्यूट ऑफ कम्युनिकेशन एंड इलेक्ट्रानिक मीडिया,दिल्ली
3 वर्षीय स्नातक पाठ्यक्रम

एपेक्स विद्यापीठ,त्री नगर, दिल्ली
3 वर्षीय स्नातक पाठ्यक्रम
सिक्किम मणिपाल विश्वविद्यालय से संबद्ध

9.9 स्कूल ऑफ कम्युनिकेशन ,कुतुब इंस्टीट्यूशनल एरिया, दिल्ली
1 वर्षीय स्नातकोत्तर डिप्लोमा पाठ्यक्रम

नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ कम्युनिकेशन,नई दिल्ली
1 वर्षीय स्नातकोत्तर डिप्लोमा पाठ्यक्रम

आंध्र प्रदेश के प्रमुख पत्रकारिता संस्थान

के एल विश्वविद्यालय, गुंटूर
डीम्ड विश्वविद्यालय से संबद्ध
3 वर्षीय  स्नातक पाठ्यक्रम

श्री पद्मावती महिला विश्वविद्यालयम , तिरुपति
2 वर्षीय स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम

आचार्य नागार्जुन विश्वविद्यालय, विजयवाड़ा
2 वर्षीय स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम

असम के प्रमुख पत्रकारिता संस्थान

असम विश्वविद्यालय
1 वर्षीय स्नातकोत्तर डिप्लोमा पाठ्यक्रम

रीजनल इंस्टीट्यूट ऑफ जर्नलिज्म एंड मास कम्युनिकेशन, गुवाहाटी
1 वर्षीय स्नातकोत्तर डिप्लोमा पाठ्यक्रम

बिहार के प्रमुख पत्रकारिता संस्थान
जे डी महिला महाविद्यालय, पटना
मगध विश्वविद्यालय (बोधगया) से संबद्ध
1 वर्षीय सर्टिफिकेट पाठ्यक्रम

पटना विश्वविद्यालय, पटना
हिंदी पत्रकारिता एवं जनसंचार में 1 वर्षीय स्नातकोत्तर डिप्लोमा पाठ्यक्रम

एमजीएम कॉलेज, पटना
मगध विश्वविद्यालय (बोधगया) से संबद्ध

3 वर्षीय  स्नातक पाठ्यक्रम

छत्तीसगढ़ के प्रमुख पत्रकारिता संस्थान
एमिटी विश्वविद्यालय, रायपुर
3 वर्षीय  स्नातक पाठ्यक्रम तथा 2 वर्षीय स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम

गुरू घासीदास विश्वविद्यालय, बिलासपुर
पत्रकारिता एवं जनसंचार में 5 साल समन्वित पाठ्यक्रम

गुजरात के प्रमुख पत्रकारिता संस्थान

स्कूल ऑफ जर्नलिज्म, भावनगर
6 माह का गुजराती भाषा में कम्युनिकेशन, जर्नलिज्म, रिपोर्टिंग और पब्लिक रिलेशन्स में सर्टिफिकेट पाठ्यक्रम

नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ मास कम्युनिकेशन एंड जर्नलिज्म, अहमदाबाद
गुजरात विश्वविद्यालय से संबद्ध
2 वर्षीय स्नातकोत्तर डिप्लोमा पाठ्यक्रम

शांति कम्युनिकेशन स्कूल, अहमदाबाद
संचार प्रबंधन में 2 वर्षीय स्नातकोत्तर डिप्लोमा पाठ्यक्रम

एल जे इंस्टिट्यूट ऑफ मीडिया एंड कम्युनिकेशंस, अहमदाबाद
मीडिया एवं संचार में 2 वर्षीय स्नातकोत्तर डिप्लोमा पाठ्यक्रम

गुजरात विश्वविद्यालय, नवरंगपुरा, अहमदाबाद
2 वर्षीय स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम

राय विश्वविद्यालय, अहमदाबाद
मीडिया एवं जनसंचार में 3 वर्षीय  स्नातक पाठ्यक्रम

महात्मा गांधी विश्वविद्यालय, अहमदाबाद
जनसंचार, विज्ञापन एवं पत्रकारिता में 3 वर्षीय  स्नातक पाठ्यक्रम

हरियाणा के प्रमुख पत्रकारिता संस्थान

अपीजय सत्य विश्वविद्यालय, गुड़गांव
4 वर्षीय  स्नातक पाठ्यक्रम तथा 2 वर्षीय स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम
पत्रकारिता से पीएचडी
मानव रचना अंतरराष्ट्रीय विश्वविद्यालय, फरीदाबाद
3 वर्षीय  स्नातक पाठ्यक्रम

श्री गुरु गोबिंद सिंह त्रिशताब्दी विश्वविद्यालय, गुड़गांव
3 वर्षीय  स्नातक पाठ्यक्रम
रेडियो एवं टीवी पत्रकारिता में 1 वर्षीय स्नातकोत्तर डिप्लोमा पाठ्यक्रम

के.आर. मंगलम विश्वविद्यालय, गुड़गांव
3 वर्षीय  स्नातक पाठ्यक्रम तथा 2 वर्षीय स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम

एमिटी विश्वविद्यालय, गुड़गांव
3 वर्षीय  स्नातक पाठ्यक्रम, 2 वर्षीय स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम तथा 1 वर्षीय स्नातकोत्तर डिप्लोमा पाठ्यक्रम

महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय, रोहतक
2 वर्षीय स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम

शहीद भगत सिंह कॉलेज ऑफ मैनेजमैंट एंड टैक्नोलॉजी, फरीदाबाद
1 वर्षीय डिप्लोमा पाठ्यक्रम

इंटरनैशनल मीडिया इंस्टीट्यूट, गुड़गांव
पत्रकारिता में 1 वर्षीय स्नातकोत्तर डिप्लोमा पाठ्यक्रम
रेडियो एवं टीवी पत्रकारिता में 1 वर्षीय स्नातकोत्तर डिप्लोमा पाठ्यक्रम

इंस्टिट्यूट ऑफ मीडिया एण्ड टैक्नोलॉजी, गुड़गांव
2 वर्षीय स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम

कॉलेज ऑफ मीडिया एण्ड कम्युनिकेशन, फरीदाबाद
प्रसारण पत्रकारिता में 1 वर्षीय पाठ्यक्रम

हिमाचल प्रदेश के प्रमुख पत्रकारिता संस्थान
आईईसी विश्वविद्यालय, सोलन
3 वर्षीय  स्नातक पाठ्यक्रम

महाराजा अग्रसेन विश्वविद्यालय, सोलन
3 वर्षीय  स्नातक पाठ्यक्रम तथा 2 वर्षीय स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम

एपीजी शिमला विश्वविद्यालय, शिमला
3 वर्षीय  स्नातक पाठ्यक्रम


चितकारा यूनिवर्सिटी, चंडीगढ़
3 वर्षीय स्नातक पाठ्यक्रम

झारखंड के प्रमुख पत्रकारिता संस्थान

साई नाथ विश्वविद्यालय, रांची
1 वर्षीय डिप्लोमा पाठ्यक्रम (हिंदी पत्रकारिता)

कर्नाटक के प्रमुख पत्रकारिता संस्थान

निट्टे इंस्टिट्यूट ऑफ कम्युनिकेशन, मंगलोर
3 वर्षीय स्नातक पाठ्यक्रम

IFIM कॉलेज, इलेक्ट्रॉनिक सिटी, बंगलौर
बंगलौर विश्वविद्यालय से संबद्ध
3 वर्षीय स्नातक पाठ्यक्रम

CREO वैली स्कूल ऑफ टेलीविजन एंड प्रोडक्शन होसुर रोड, बंगलौर
3 वर्षीय स्नातक पाठ्यक्रम

क्राइस्ट विश्वविद्यालय, होसुर रोड, बंगलौर
3 वर्षीय स्नातक पाठ्यक्रम
बंगलौर विश्वविद्यालय से संबद्ध
           
गार्डन सिटी कॉलेज, बंगलौर, ओल्ड मद्रास रोड, बंगलौर
3 वर्षीय स्नातक पाठ्यक्रम
बंगलौर विश्वविद्यालय से संबद्ध


इंडियन एकेडमी डिग्री कॉलेज, कल्याण नगर, बंगलौर
3 वर्षीय स्नातक पाठ्यक्रम
बंगलौर विश्वविद्यालय से संबद्ध

प्रेसीडेंसी कॉलेज, बंगलौर, हेब्बल, बंगलौर
3 वर्षीय स्नातक पाठ्यक्रम
बंगलौर विश्वविद्यालय से संबद्ध

जैन विश्वविद्यालय देवसंदरा लेक, बंगलौर
3 वर्षीय स्नातक पाठ्यक्रम तथा 2 वर्षीय स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम
इंडो एशियन एकेडमी ग्रुप ऑफ इन्स्टिट्यूशन्स कल्याण नगर, बंगलौर
3 वर्षीय स्नातक पाठ्यक्रम
बंगलौर विश्वविद्यालय से संबद्ध

बंगलौर सिटी कॉलेज, बांसवाड़ी, बंगलौर
3 वर्षीय स्नातक पाठ्यक्रम
बंगलौर विश्वविद्यालय से संबद्ध

इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ जर्नलिज्म एंड न्यू मीडिया (IIJNM), नित्यानंद नगर, कुमवालगुड़ु, मैसूर रोड, बंगलौर
एक वर्षीय स्नातकोत्तर डिप्लोमा तथा स्नातक डिप्लोमा

सेंट जॉर्ज कॉलेज ऑफ मैनेजमेंट,साइंस & नर्सिंग, बांसवाड़ी, बेंगलुरू
3 वर्षीय स्नातक पाठ्यक्रम
बंगलौर विश्वविद्यालय से संबद्ध

अक्सन ग्रुप ऑफ इन्स्टिट्यूशन्स
आर.टी. नगर, बंगलौर
3 वर्षीय स्नातक पाठ्यक्रम

श्री श्री सैंटर फॉर मीडिया स्टडीज, बंगलौर
एक वर्षीय स्नातकोत्तर डिप्लोमा तथा स्नातक डिप्लोमा

मणिपाल इंस्टीट्यूट ऑफ कम्युनिकेशन,मणिपाल
मणिपाल विश्वविद्यालय से संबद्ध
3 वर्षीय स्नातक पाठ्यक्रम

क्रस्ट सेंटर फॉर रिसर्च ऐंड डेवलपमेंट, मंगलोर
6 माह का डिप्लोमा पाठ्यक्रम

द संडे इंडियन स्कूल ऑफ जर्नलिज़म, बंगलौर (प्लानमैन मीडिया और आईआईपीएम का एक उपक्रम)
एक वर्षीय स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम

केरल के प्रमुख पत्रकारिता संस्थान

महात्मा गांधी विश्वविद्यालय, कोट्टयम
2 वर्षीय स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम

सेंट जोसेफ कॉलेज ऑफ कम्युनिकेशन, केरल
2 वर्षीय स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम
महात्मा गांधी विश्वविद्यालय से संबद्ध

बसेलिओस पुलोज द्वितीय कैथोलिकोस कॉलेज, केरल
3 वर्षीय स्नातक पाठ्यक्रम
महात्मा गांधी विश्वविद्यालय से संबद्ध

मनोरमा स्कूल ऑफ कम्युनिकेशन, कोट्टायम
39 सप्ताह का स्नातकोत्तर डिप्लोमा पाठ्यक्रम

मीडिया विलेज, केरल
2 वर्षीय स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम

मध्य प्रदेश के प्रमुख पत्रकारिता संस्थान

एमिटी विश्वविद्यालय, ग्वालियर
3 वर्षीय स्नातक पाठ्यक्रम तथा 2 वर्षीय स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम

वर्चुअल वोयेज कॉलेज ऑफ डिजाइन, मीडिया & मैनेजमेंट, इंदौर
2 वर्षीय स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम तथा पत्रकारिता में सर्टिफिकेट पाठ्यक्रम
माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय, भोपाल से संबद्ध

AISECT विश्वविद्यालय, भोपाल
3 वर्षीय स्नातक पाठ्यक्रम तथा 2 वर्षीय स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम

देवी अहिल्या विश्वविद्यालय, इंदौर
3 वर्षीय स्नातक पाठ्यक्रम

महात्मा गांधी चित्रकूट ग्रामोदय विश्वविद्यालय, मध्य प्रदेश
3 वर्षीय स्नातक पाठ्यक्रम तथा 2 वर्षीय स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम

अवधेश प्रताप सिंह विश्वविद्यालय, रीवा
3 वर्षीय स्नातक पाठ्यक्रम तथा 2 वर्षीय स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम

महाराष्ट्र के प्रमुख पत्रकारिता संस्थान

एमआईटी इंटरनेशनल स्कूल ऑफ ब्रॉडकास्टिंग ऐंड जर्नलिज्म, लोनी कालभोर, पुणे
2 वर्षीय स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम
पुणे विश्वविद्यालय से संबद्ध

डेक्कन एजुकेशन सोसाइटीज इंस्टीट्यूट फिल्म एंड टेलीविजन, नवी पेठ, पुणे
एक वर्षीय डिप्लोमा पाठ्यक्रम
मीडिया रिसर्च एंड स्टडी सेंटर, चर्चगेट, मुंबई
टीवी जर्नलिज्म में एक वर्षीय डिप्लोमा पाठ्यक्रम
केजे सोमैया इंस्टिट्यूट ऑफ मैनेजमेंट स्टडीज एंड रिसर्च तथा सी के कॉलेज से संबद्ध

सूर्यदत्त इंस्टिट्यूट ऑफ मास कम्युनिकेशन ऐंड इवेंट मैनेजमेंट, सदाशिव पेठ, पुणे
3 वर्षीय स्नातक पाठ्यक्रम तथा 2 वर्षीय स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम

इंदिरा ग्रुप  ऑफ इंस्टिट्यूट्स
3 वर्षीय स्नातक पाठ्यक्रम तथा 2 वर्षीय स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम
सिक्किम मणिपाल विश्वविद्यालय से संबद्ध

एमिटी विश्वविद्यालय, पनवेल, मुंबई
3 वर्षीय स्नातक पाठ्यक्रम तथा 2 वर्षीय स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम

विश्वकर्मा क्रिएटिव-I कॉलेज, कोंडवा, पुणे     
3 वर्षीय स्नातक पाठ्यक्रम, 2 वर्षीय स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम तथा डिप्लोमा पाठ्यक्रम
कर्नाटक मुक्त विश्वविद्यालय से संबद्ध

Seamedu- स्कूल ऑफ प्रो-इक्सप्रेस्सियुनिज्म, बेलवाड़ी, पुणे
3 वर्षीय स्नातक पाठ्यक्रम, 2 वर्षीय स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम तथा डिप्लोमा पाठ्यक्रम

इंदिरा स्कूल ऑफ कम्युनिकेशन, तथावड़े, पुणे
3 वर्षीय स्नातक पाठ्यक्रम तथा 2 वर्षीय स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम
सिक्किम मणिपाल विश्वविद्यालय से संबद्ध

मुंबई विश्वविद्यालय, फोर्ट, मुंबई
उर्दू माध्यम से 1 वर्षीय स्नातकोत्तर डिप्लोमा पाठ्यक्रम

MIT इंस्टिट्यूट ऑफ मैनेजमेंट
बांद्रा पश्चिम, मुंबई
18 माह का स्नातकोत्तर डिप्लोमा पाठ्यक्रम

गार्वेयर इंस्टिट्यूट ऑफ कैरियर ऐजुकेशन एंड डेवलपमेंट
सांताक्रूज पूर्व, मुंबई
1 वर्षीय स्नातकोत्तर डिप्लोमा पाठ्यक्रम
मुंबई विश्वविद्यालय से संबद्ध

चंगु काना ठाकुर कॉलेज ऑफ आर्ट्स, कॉमर्स एंड साइंस, रायगढ़
मराठी भाषा में 1 वर्षीय स्नातकोत्तर डिप्लोमा पाठ्यक्रम
मुंबई विश्वविद्यालय से संबद्ध

तिलक महाराष्ट्र विद्यापीठ, गुल्टेकड़ी, पुणे
3 वर्षीय स्नातक पाठ्यक्रम तथा 2 वर्षीय स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम
      
FLAME स्कूल ऑफ लिबरल एजुकेशन
लवाले गांव,पुणे
2 वर्षीय स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम

MET इंस्टिट्यूट ऑफ मास मीडिया, बांद्रा पश्चिम, मुंबई
18 माह का स्नातकोत्तर डिप्लोमा पाठ्यक्रम

जेवियर इंस्टिट्यूट ऑफ कम्युनिकेशंस
 कल्याण पश्चिम, मुंबई
10 माह का स्नातकोत्तर डिप्लोमा पाठ्यक्रम

स्कूल ऑफ ब्रॉडकास्टिंग & कम्युनिकेशन, अंधेरी पश्चिम, मुंबई
1 वर्षीय स्नातक पाठ्यक्रम
माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय से संबद्ध

डिपार्टमेन्ट ऑफ कम्युनिकेशन & जर्नलिज्म, फर्ग्युसन कॉलेज रोड, पुणे   
1 वर्षीय स्नातकोत्तर डिप्लोमा पाठ्यक्रम

सावित्रीबाई फुले पुणे विश्वविद्यालय, गणेशखिंड, पुणे
2 वर्षीय स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम तथा डिप्लोमा पाठ्यक्रम

सेंट्रल इंडिया इंस्टीट्यूट्स ऑफ मास कम्युनिकेशन
नागपुर
1 वर्षीय स्नातक पाठ्यक्रम
नागपुर विश्वविद्यालय से संबद्ध

MAEER’s आर्ट्स, कॉमर्स एंड साइंस कॉलेज, कोथ्रुड, पुणे
2 वर्षीय स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम
पुणे विश्वविद्यालय से संबद्ध

मराठवाड़ा मित्र मंडल कॉलेज ऑफ कॉमर्स, डेक्कन, पुणे
2 वर्षीय स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम
सावित्री बाई फुले पुणे विश्वविद्यालय से संबद्ध

हरिकिसन  मेहता फाउंडेशन इंस्टिट्यूट ऑफ जर्नलिज्म एण्ड मास कम्युनिकेशन, विले पार्ले वेस्ट, मुंबई
डिप्लोमा पाठ्यक्रम

बीएसई इंस्टिट्यूट लिमिटेड, मुंबई, फोर्ट, मुंबई
बिजनेस पत्रकारिता में 1 वर्षीय स्नातकोत्तर डिप्लोमा पाठ्यक्रम


सेंट पॉल्स इंस्टिट्यूट ऑफ कम्युनिकेशन एजुकेशन , बांद्रा पश्चिम, मुंबई
स्नातकोत्तर डिप्लोमा पाठ्यक्रम
    
डॉ बाबासाहब अम्बेडकर मराठवाड़ा विश्वविद्यालय, औरंगाबाद
2 वर्षीय स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम
  
विश्वकर्मा क्रिएटिव-I कॉलेज, कोंडवा बुड्रक, पुणे
3 वर्षीय स्नातक पाठ्यक्रम
पंजाब टेक्निकल यूनिवर्सिटी से संबद्ध

पुणे विश्वविद्यालय, गणेशखिंड, पुणे
1 वर्षीय स्नातक पाठ्यक्रम

पी डी एन कॉलेज ऑफ कम्युनिकेशन मैनेजमेंट, मुंबई
1 वर्षीय स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम

उड़ीसा के प्रमुख पत्रकारिता संस्थान

बिरला इंस्टिट्यूट ऑफ मैनेजमेंट टेक्नोलॉजी , भुवनेश्वर
2 वर्षीय स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम
उत्कल विश्वविद्यालय से संबद्ध

नार्थ उड़ीसा विश्वविद्यालय, उड़ीसा
2 वर्षीय स्नातकोत्तर डिप्लोमा पाठ्यक्रम

उड़ीसा केन्द्रीय विश्वविद्यालय

2 वर्षीय स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम