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Monday, 10 August 2015

न्यू मीडिया- संसाधन तथा भविष्य

न्यू मीडिया
न्यू मीडिया वास्तव में परम्परागत मीडिया का संशोधित रूप है जिसमें क्रांतिकारी तकनीकी परिवर्तन व इसका नया रूप सम्मलित है। 'न्यू मीडिया' संचार का वह संवादात्मक स्वरूप है जिसमें इंटरनेट का उपयोग करते हुए हम पॉडकास्ट, आर एस एस फीड, सोशल नेटवर्क (फेसबुक, माई स्पेस, ट्वीट्र), ब्लाग्स, विक्किस, टैक्सट मैसेजिंग इत्यादि का उपयोग करते हुए पारस्परिक संवाद स्थापित करते हैं। यह संवाद माध्यम बहु-संचार संवाद का रूप धारण कर लेता है जिसमें पाठक/ दर्शक/ श्रोता तुरंत अपनी टिप्पणी न केवल लेखक/ प्रकाशक से साझा कर सक

ते हैं, बल्कि अन्य लोग भी प्रकाशित/ प्रसारित/ संचारित विषय-वस्तु पर अपनी टिप्पणी दे सकते हैं। यह टिप्पणियां एक से अधिक भी हो सकती है अर्थात बहुधा सशक्त टिप्पणियां परिचर्चा में परिवर्तित हो जाती हैं। उदाहरणत: आप फेसबुक को ही लें - यदि आप कोई संदेश प्रकाशित करते हैं और बहुत से लोग आपकी विषय-वस्तु पर टिप्पणी देते हैं तो कई बार पाठक-वर्ग परस्पर परिचर्चा आरम्भ कर देते हैं और लेखक एक से अधिक टिप्पणियों का उत्तर देता है।
न्यू मीडिया संसाधन
न्यू मीडिया का प्रयोग करने हेतु कम्प्यूटर, मोबाइल जैसे उपकरण जिनमें इंटरनेट की सुविधा हो, की आवश्यकता होती है। न्यू मीडिया प्रत्येक व्यक्ति को विषय-वस्तु का सृजन, परिवर्धन, विषय-वस्तु का अन्य लोगों से साझा करने का अवसर समान रूप से प्रदान करता है। न्यू मीडिया के लिए उपयोग किए जाने वाले संसाधन अधिकतर निःशुल्क या काफी सस्ते उपलब्ध हो जाते हैं।
न्यू मीडिया का भविष्य
यह सत्य है कि समय के अंतराल के साथ न्यू मीडिया की परिभाषा और स्वरूप दोनों बदल जाएं। जो आज नया है संभवत भविष्य में नया न रह जाएगा अथवा इसे कोई अन्य संज्ञा दे दी जाए। भविष्य में इसके अभिलक्षणों में बदलाव, विकास या अन्य मीडिया में विलीन होने की संभावना से भी इनकार नहीं किया जा सकता।
न्यू मीडिया ने बड़े सशक्त रूप से प्रचलित पत्रकारिता को प्रभावित किया है। जैसे जैसे नई तकनीक, आधुनिक सूचना-प्रणाली विकसित हो रही है वैसे वैसे संचार माध्यमों व पत्रकारिता में बदलाव अवश्यंभावी है।
न्यू मीडिया और ऑनलाइन पत्रकारिता की नई माँगें

नि:संदेह न्यू मीडिया बड़े सशक्त रूप से परंपरागत प्रचलित मीडिया को प्रभावित कर रहा है। आज पत्रकारों को न्यू मीडिया से जुड़ने के लिए नई तकनीकआधुनिक सूचना-प्रणालीसोशल-मीडिया, सर्च इंजन प्रवीणता और वेब शब्दावली से परिचय होना अति-आवश्यक हो गया है। केवल ब्लागिंग मात्र करने से आप संपूर्ण वेब-पत्रकार नहीं कहलाते। वेब-पत्रकारिता का क्षेत्र काफी विस्तृत है और आपको पत्रकारिता के अतिरिक्त वेब,मल्टीमीडियासर्च इंजन और उनकी कार्यप्रणाली व ग्रॉफिक की समझ होनी चाहिए। इन तत्वों के बिना भी आप न्यू मीडिया में काम तो कर सकते हैं परंतु एक सक्षम वेब पत्रकार के लिए इनमें प्रवीणता हासिल करना उपयोगी होगा।

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