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Friday 12 February 2016

इंटरनेट

इंटरनेट

इंटरनेट के लिए विभिन्‍न परिभाषाएँ हैं परंतु उन सब का एक ही अर्थ है जो नीचे दिखाया गया है।
परिभाषा 1: अंतर्संबध्‍द नेटवर्कस् की श्रृंखला जो विश्‍व के लाखों संगणकों द्वारा आवेष्टित किए हुए डाटा का संचार करने की अनुमति देता है।
परिभाषा 2: एक वैश्विक संचार नेटवर्क जो विश्‍व के लाखों संगणकों को कनेक्ट करने एवं जानकारी का विनिमय करने की अनुमति देता है।
परिभाषा 3:संगणक नेटवर्क की एक विश्वव्यापी प्रणाली, नेटवर्कस् का एक नेटवर्क जिसमें एक संगणक के उपयोगकर्ता किसी दूसरे संगणक से जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।

'इंटरनेट' शब्द का वास्तविक अर्थ 'नेटवर्कस् का नेटवर्क' है। इंटरनेट में हजारों विश्‍वव्‍यापी लघु क्षेत्रीय नेटवर्क होते हैं। एशियाई देशों में किसी भी दिन यह विश्‍वभर में लगभग 80 लाख उपयोगकर्ताओं को जोड़ता है।
इंटरनेट को वैश्विक नेटवर्क के एक भौतिक अंश के रूप में संदर्भित किया जाता है। यह केबल एवं संगणकों का एक विशाल संग्रह है। इंटरनेट का कोई भी 'स्‍वामी' नहीं है, यद्यपि, कुछ एकसाथ जोडनेवाली कंपनियाँ हैं जो नेटवर्क के विभिन्‍न भागों का प्रबंधन करने में मदद करती हैं, कोई भी एकल अधिशासी निकाय नहीं है जो इंटरनेट पर होनेवाली गतिविधियों का नियंत्रण करता हो। विभिन्न देशों के भीतर नेटवर्क को प्रायोजक वित्तीय सहायता देते हैं एवं स्थानीय प्रक्रिया के अनुसार प्रबंधन करते हैं।

इंटरनेट एक वैश्विक नेटवर्क है जो पूरी दुनिया के कम्प्यूटरों को एक साथ जोड़ता है। इसने रोज के कार्यों की प्राप्ति को बेहद आसान बनाया है जो कि एक समय कठिन लंबा और समय लेने वाला था । हमलोग बिना इसके अपने जीवन की कल्पना भी नहीं कर सकते जिसको इंटरनेट कहा जाता है। जैसाकि इस धरती पर हर चीज का एक फायदा-नुकसान होता है उसी तरह इंटरनेट का भी हमारे जीवन का अच्छा और बुरा प्रभाव है। इंटरनेट की वजह से ही ऑनलाइन संचार बहुत ही सरल और आसान हो गया है। पुराने समय में संचार का माध्यम पत्र होता था जोकि लंबा समय लेने वाला और कठिन होता था क्योंकि इसके लिये किसी एक को लंबी दूरी तय कर संदेश पहुँचाना पड़ता था। लेकिन अब, कुछ सोशल नेटवर्किग साइट को खोलने के लिये हमें सिर्फ इंटरनेट से जुड़ने की जरुरत है साथ ही जी-मेल, याहू आदि अकांउट के द्वारा सेकेंडो में ही संदेश को भेजा जा सकता है।

मेट्रों, रेलवे, व्यापारिक उद्योग, दुकान, स्कूल, कॉलेज, शिक्षण संस्थान, एनजीओ, विश्वविद्यालय, कार्यालय (सरकारी तथ गैर-सरकारी) में हर डाटा को कंप्यूरीकृत करके बड़े स्तर पर कागज और कागजी कार्यों से बचा जा सकता है। इसके माध्यम से एक जगह से पूरे विश्व के बारे में समय-समय पर खबर जाना जा सकता है। ढ़ेर सारी जानकारीयों को जमा करने में ये बहुत दक्ष और प्रभावकारी है चाहे वो किसी भी विषय से संदर्भित हो चंद सेकेंड में ही उपलब्ध हो जाएगा। ये शिक्षा, यात्रा, और व्यापार में बहुत उपयोगी है। इसके द्वारा ऑनलाइन पब्लिक लाइब्रेरी, टेक्स्टबुक, तथा संबंद्ध विषयों तक पहुँच आसान हुई है।

पहले के समय में जब लोग बिना इंटरनेट के थे, उन्हे कई प्रकार के कार्यों के लिये लंबे समय तक लाइन में लगना पड़ता था जैसे रेलवे का टिकट लेने के लिये। लेकिन आधुनिक समय में लोग बस एक क्लिक से टिकट की बुकिंग कर सकते है साथ ही एक सॉफ्ट कॉपी अपने मोबाईल फोन में भी रख सकते है। इंटरनेट की दुनिया में, किसी एक को ये जरुरी नहीं कि लंबी दूरी तय करके वो अपने किसी व्यापारिक मुलाकात या किसी और काम के लिये यात्रा करे। कोई भी विडियों कॉनप्रेंसिंग, कॉलिंग, स्काईप या दूसरे तरीकों से अपनी जगह पर रह कर ही बैठक का हिस्सा बन सकता है। इंटरनेट हमें कई तरीकों से फायदा पहुँचाता है जैसे ऑनलाइन स्कूल, कॉलेज, या विश्वविद्यालयों में दाखिला दिलाने में, व्यापारिक और बैंकिंग लेन-देन में, शिक्षकों और कर्मचारियों की नियुक्ति में, ड्राइविंग लाइसेंस आवेदन करने में, बिल जमा करने आदि में मदद करता है।

आधुनिक समय में, पूरी दुनिया में इंटरनेट एक बहुत ही शक्तिशाली और दिलचस्प माध्यम बनता जा रहा है। ये एक नेटवर्कों का नेटवर्क है और कई सारी सेवाओं तथा संसाधनों का समूह है जो हमें कई प्रकार से लाभ पहुँचाता है। इसके इस्तेमाल से हमलोग कहीं से भी वर्ल्ड वाइड वेब तक पहुँच सकते है। ये हमें बड़ी तादाद में सुविधा मुहैया कराता है जैसे-ईमेल, सर्फिंग सर्च इंजन, सोशल मीडिया के द्वारा बड़ी हस्तियों से जुड़ना, वेब पोर्टल तक पहुँच, शिक्षाप्रद वेबसाइटों को खोलना, रोजमर्रा की सूचनाओं से अवगत रहना, विडियो बातचीत आदि। ये सभी का सबसे अच्छा दोस्त बनता है। आधुनिक समय में लगभग हर कोई इंटरनेट का इस्तेमाल विभिन्न उद्देश्यों के लिये कर रहा है। जबकि हमें अपने जीवन पर इससे पड़ने वाले फायदे-नुकसान के बारे में भी जानना चाहिये।

विद्यार्थीयों के लिये इसकी उपलब्धता जितनी लाभप्रद है उतनी ही नुकसानदायक भी क्योंकि बच्चे अपने माता-पिता के चोरी से इसके माध्यम से गलत वेबसाइटों का भी इस्तेमाल करते है जोकि उनके भविष्य को नुकसान पहुँचा सकता है। ज्यादातर माता-पिता इस खतरे को समझते है लेकिन कुछ इसे नज़रअंदाज कर देते है और खुलकर इंटरनेट का इस्तेमाल करते है। इसलिये घर में बच्चों द्वारा इंटरनेट का इस्तेमाल अभिवावकों की देखरेख में होनी चाहिये।

अपने कम्प्यूटर सिस्टम में पासवर्ड और प्रयोक्ता नाम डाल कर अपने खास डाटा को दूसरों से सुरक्षित रख सकते है। इंटरनेट हमें किसी भी ऐप्लिकेशन प्रोग्राम के द्वारा अपने दोस्त, माता-पिता और शिक्षकों को किसी भी क्षण संदेश भेजने की आजादी देता है। ये जान कर हैरानी होगी कि उत्तरी कोरिया, म्यांमार आदि कुछ देशों में इंटरनेट पर पाबंदी है क्योंकि वो इसे बुरा समझते है। कभी-कभी इंटरनेट से सीधे-तौर पर कुछ भी डाउनलोड करने के दौरान, हमारे कम्प्यूटर में वाइरस, मालवेयर, स्पाइवेयर, और दूसरे गलत प्रोग्राम आ जाते है जो हमारे सिस्टम को नुकसान पहुँचा सकते है। ऐसा भी हो सकता है कि हमारे सिस्टम में रखे डाटा को बिना हमारी जानकारी के पासवर्ड होने के बावजूद भी इंटरनेट के द्वारा हैक कर लिया जाये।

वर्ल्ड वाइड वेब

सामान्‍यत:, हर कोई सोचता है कि इंटरनेट एवं वेब एक ही हैं परंतु यह गलत है।
वेब एक सॉफ्टवेयर अनुप्रयोग या सेवा है जिसे इंटरनेट पर चलाया जाता है। यह दस्तावेज़ एवं संसाधनों का एक संग्रह है। यह इंटरनेट के तीव्र वृध्दिंगत होते हुए भागों में से एक है। यह संगणकों पर संग्रहित विश्‍वव्‍यापी जानकारी की एक बड़ी सीमा तक सुगम पहुँच प्रदान करता है।
वेब साइट क्या है

वेब साइट में करोडों अंतसंर्बध्‍द पृष्ठ होते हैं, वेब साइट के चारों ओर आपको आपका मार्ग खोजने में मदद करनेवाले हाइपरलिंक्स होते हैं। आपको वेब पर विभिन्न प्रकार की जानकारी मिलेगी जैसे - खेल, स्वास्थ्य के मामले, छुट्टियों का गंतव्य, रेलगाडी की समयसारणी, मौसम की भविष्यवाणी एवं कई अधिक तरह की जानकारी आप ढूँढ सकते हैं। इंटरनेट पर लाखों वेब साइट उपलब्ध हैं, एवं आपकी रूचि के अनुरूप किसी भी चीज को आप ढूँढ सकते हैं।

वेब पता
प्रत्येक वेब साइट का अपना एक विशिष्ट पता होता है, जो यूनिफ़ॉर्म रिसोर्स लोकेटर या यूआरएल कहलाता है। किसी साइट पर जाने के लिए, अपने वेब ब्राउज़र की पता पट्टी/ऍड्रेस बार में अपनी रूचिनुसार पते को टाइप करने की आवश्यकता है।

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