जनसंचार (Mass Communication)
आधुनिक युग
में 'संचार' काफी
प्रचलित शब्द है।
इसका निर्माण दो
शब्दों जन+संचार
के योग से
हुआ है। 'जन'
का अर्थ ‘जनता
अर्थात भीड़’ होता
है। ऑक्सफोर्ड डिक्शनरी
के अनुसार, जन
का अर्थ पूर्ण
रूप से व्यक्तिवादिता
का अंत है।
गिन्सवर्ग के अनुसार-
जनता असंगठित और
अनाकार व्यक्तियों का
समूह है जिसके
सदस्य सामान्य इच्छाओं
एवं मतों के
आधार पर एक
दूसरे से बंधे
रहते हैं, परंतु
इसकी संख्या इतनी
बड़ी होती है
कि वे एक-दूसरे
के साथ प्रत्यक्ष
रूप से व्यक्तिगत
सम्बन्ध बनाये नहीं
रख सकते हैं।
समूह संचार
का वृहद रूप
है- जनसंचार। इस
शब्द का सर्वप्रथम
प्रयोग 19 वीं
सदी के तीसरे
दशक के अंतिम
दौर में संदेश
सम्प्रेषण के लिए
किया गया। संचार
क्रांति के क्षेत्र
में तरक्की के
कारण जैसे-जैसे
समाचार पत्र, रेडियो,
टेलीविजन, केबल, इंटरनेट,
वेब पोर्टल्स इत्यादि
का प्रयोग बढ़ता
गया, वैसे-वैसे
जनसंचार के क्षेत्र
का विस्तार होता
गया। इसमें फीडबैक
देर से तथा
बेहद कमजोर मिला
है। आमतौर पर
जनसंचार और जनमाध्यम
को एक ही
समझा जाता है,
किन्तु दोनों अलग-अलग
हैं। जनसंचार एक
प्रक्रिया है, जबकि
जनमाध्यम इसका साधन। जनसंचार माध्यमों
के विकास के
शुरूआती दौर में
जनमाध्यम मनुष्य को
सूचना अवश्य देते
थे, परंतु उसमें
जनता की सहभागिता
नहीं होती थी।
इस समस्या को
संचार विशेषज्ञ जल्दी
समझ गये और
समाधान के लिए
लगातार प्रयासरत रहे।
इंटरनेट के आविष्कार
के बाद लोगों
की सूचना के
प्रति भागीदारी बढ़ी
है तथा मनचाहा
सूचना प्राप्त करना
और दूसरों को
सम्प्रेषित करना संभव
हो सका।
जनसंचार को
अंग्रेजी भाषा में
Mass Communication कहते हैं,
जिसका अभिप्राय बिखरी
हुई जनता तक
संचार माध्यमों की
मदद से सूचना
को पहुंचाना है।
समाचार पत्र, टेलीविजन,
रेडियो, सिनेमा, केबल,
इंटरनेट, वेब पोर्टल्स
इत्यादि अत्याधुनिक संचार
माध्यम हैं। जनसंचार
का अर्थ विशाल
जनसमूह के साथ
संचार करने से
है। दूसरे शब्दों
में, जनसंचार वह
प्रक्रिया है, जिसके
अंतर्गत संदेशों को
जनमाध्यमों की मदद
से एक-दूसरे
से अंजान तथा
विषम जातीय जनसमूह
तक सम्प्रेषित किया
जाता है। संचार
विशेषज्ञों ने जनसंचार
की निम्नलिखित परिभाषा
दी है :-
लेक्सीकॉन यूनिवर्सल
इनसाइक्लोपीडिया के
अनुसार- कोई भी
संचार, जो लोगों
के महत्वपूर्ण रूप
से व्यापक समूह
तक पहुंचता हो,
जनसंचार है।
बार्कर के
अनुसार- जनसंचार श्रोताओं
के लिए अपेक्षाकृत
कम खर्च में
पुनर्उत्पादन तथा वितरण
के विभिन्न साधनों
का इस्तेमाल करके
किसी संदेश को
व्यापक लोगों तक,
दूर-दूर तक
फैले हुए श्रोताओं
तक रेडियो, टेलीविजन,
समाचार पत्र जैसे
किसी चैनल द्वारा
पहुंचाया जाता है।
कार्नर के
अनुसार- जनसंचार संदेश
के बड़े पैमाने
पर उत्पादन तथा
वृहद स्तर पर
विषमवर्गीय जनसमूहों में
द्रुतगामी वितरण करने
की प्रक्रिया है।
इस प्रक्रिया में
जिन उपकरणों अथवा
तकनीक का उपयोग
किया जाता है
उन्हें जनसंचार माध्यम
कहते हैं।
कुप्पूस्वामी के
अनुसार- जनसंचार तकनीकी
आधार पर विशाल
अथवा व्यापक रूप
से लोगों तक
सूचना के संग्रह
एवं प्रेषण पर
आधारित प्रक्रिया है।
आधुनिक समाज में
जनसंचार का कार्य
सूचना प्रेषण, विश्लेषण,
ज्ञान एवं मूल्यों
का प्रसार तथा
मनोरंजन करना है।
जोसेफ डिविटो
के अनुसार- जनसंचार
बहुत से व्यक्तियों
में एक मशीन
के माध्यम से
सूचनाओं, विचारों और
दृष्टिकोणों को रूपांतरित
करने की प्रक्रिया
है।
जॉर्ज ए.मिलर
के अनुसार- जनसंचार
का अर्थ सूचना
को एक स्थान
से दूसरे स्थान
पहुंचाना है।
डी.एस.
मेहता के अनुसार-
जनसंचार का अर्थ
जनसंचार माध्यमों जैसे-
रेडियो, टेलीविजन, प्रेस
और चलचित्र द्वारा
सूचना, विचार और
मनोरंजन का प्रचार-प्रसार
करना है।
रिवर्स पिटरसन
और जॉनसन के
अनुसार-
-
जनसंचार एक-तरफा
होता है।
-
इसमें संदेश का
प्रसार अधिक होता
है।
- सामाजिक
परिवेश जनसंचार को
प्रभावित करता है
तथा जनसंचार का
असर सामाजिक परिवेश
पर पड़ता
है।
- इसमें
दो-तरफा चयन
की प्रक्रिया होती
है।
- जनसंचार
जनता के अधिकांश
हिस्सों तक पहुंचने
के लिए उपर्युक्त
समय का चयन
करता है।
- जनसंचार
जन अर्थात् लोगों
तक संदेशों का
प्रवाह सुनिश्चित करता
है।
उपरोक्त परिभाषाओं
के आधार पर
कहा जा सकता
है कि जनसंचार
यंत्र संचालित है,
जिसमें संदेश को
तीब्र गति से
भेजने की क्षमता
होती है। जनसंचार
माध्यमों में टेलीविजन,
रेडियो, समाचार-पत्र,
पत्रिका, फिल्म, वीडियो,
सीडी, इंटरनेट, वेब
पोर्टल्स इत्यादि आते
हैं, जो संदेश
को प्रसारित एवं
प्रकाशित करते हैं
। जनमाध्यमों के
संदर्भ में मार्शल
मैक्लूहान ने लिखा
है कि- 'माध्यम ही
संदेश है'। माध्यम का
अर्थ मध्यस्थता करने
वाला या दो
बिन्दुओं को जोडऩे
से है। व्यावहारिक
दृष्टि से संचार
माध्यम एक ऐसा
सेतु है जो
संचारक और प्रापक
के मध्य ट्यूब,
वायर, प्रवाह इत्यादि
से पहुंचता है।
विशेषताएं : जनसंचार
की विशेषताएं काफी
हद तक संदेश
सम्प्रेषण के लिए
प्रयोग किये गये
माध्यम पर निर्भर
करती हैं। जनसंचार
माध्यमों की अपनी-अपनी
विशेषताएं होती हैं।
प्रिंट माध्यम के
संदेश को जहां
संदर्भ के लिए
सुरक्षित रखा जा
सकता है, भविष्य
में पढ़ा जा
सकता है, दूसरों
को ज्यों का
त्यों दिखाया व
पढ़ाया जा सकता
है, वहीं इलेक्ट्रॉनिक
माध्यम के संदेश
को न तो
सुरक्षित रखा जा
सकता है, न
तो भविष्य में
ज्यों का त्यों
देखा तथा दूसरों
को दिखाया जा
सकता है। हालांकि
इलेक्ट्रॉनिक माध्यम के
संदेश को अनपढ़
या कम पढ़ा-लिखा
व्यक्ति भी ग्रहण
कर सकता है,
लेकिन प्रिंट माध्यम
के संदेश को
ग्रहण करने के
लिए पढ़ा-लिखा
होना जरूरी है।
इलेक्ट्रॉनिक माध्यम की
मदद से संदेश
को एक साथ
हजारों किलोमीटर दूर
फैले प्रापकों के
पास एक ही
समय में पहुंचाया
जा सकता है,
किन्तु प्रिंट माध्यम
से नहीं। वेब
द्रुतगति का जनसंचार
माध्यम है। इसकी
तीव्र गति के
कारण देश की
सीमाएं टूट चुकी
हैं। इसी आधार
पर मार्शल मैकलुहान
ने 'विश्वग्राम' की
कल्पना की। इंटरनेट
आधारित वेब माध्यम
की मदद से
सम्प्रेषित संदेश को
प्रिंट माध्यम की
तरह पढ़ा, इलेक्ट्रॉनिक
माध्यम की तरह
देखा व सुना
जा सकता है।
जनसंचार की निम्नलिखित
विशेषताएं निम्नलिखित हैं
:-
1. विशाल
भू-भाग में
रहने वाले प्रापकों
से एक साथ
सम्पर्क स्थापित होता
है,
2. समस्त
प्रापकों के लिए
संदेश समान रूप
से खुला होता
है,
3. संचार
माध्यम की मदद
से संदेश का
सम्प्रेषण किया जाता
है,
4. सम्प्रेषण
के लिए औपचारिक
व व्यवस्थित संगठन
होता है,
5. संदेश
सम्प्रेषण के लिए
सार्वजनिक संचार माध्यम
का उपयोग किया
जाता है,
6. प्रापकों
के विजातीय होने
के बावजूद एक
ही समय में
सम्पर्क स्थापित करना
संभव होता है,
7. संदेश
का यांत्रिक रूप
से बहुल संख्या
में प्रस्तुतिकरण या
सम्प्रेषण होता है,
तथा
8. फीडबैक
संचारक के पास
विलम्ब से या
कई बार नहीं
भी पहुंचता है।
जनसंचार
(Mass communication) से तात्पर्य
उन सभी साधनों
के अध्ययन एवं
विश्लेषण से है
जो एक साथ
बहुत बड़ी जनसंख्या
के साथ संचार
सम्बन्ध स्थापित करने
में सहायक होते
हैं। प्रायः इसका
अर्थ सम्मिलित रूप
से समाचार पत्र,
पत्रिकाएँ, रेडियो, दूरदर्शन,
चलचित्र से लिया
जाता है जो
समाचार एवं विज्ञापन
दोनो के प्रसारण
के लिये प्रयुक्त
होते हैं।
जनसंचार माध्यम
में संचार सब्द
की उत्पति संस्कृत
के 'चर' धातु
से हुई है
जिसका अर्थ है
चलना ।
जनसंचार:
प्रत्यक्ष संवाद
के बजाय किसी
तकनीकी या यान्त्रिक
माध्यम के द्वारा
समाज के एक
विशाल वर्ग से
संवाद कायम करना
जनसंचार कहलाता है।
३. जनसंचार
के माध्यम: अखबार, रेडियो,
टीवी, इंटरनेट, सिनेमा
आदि.
जनसंचार की विशेषताएँ:
• इसमें फ़ीडबैक
तुरंत प्राप्त नहीं
होता।
• इसके संदेशों
की प्रकृति सार्वजनिक
होती है।
• संचारक और
प्राप्तकर्त्ता के बीच
कोई सीधा संबंध
नहीं होता।
• जनसंचार के
लिये एक औपाचारिक
संगठन की आवश्यकता
होती है।
• इसमें ढ़ेर
सारे द्वारपाल काम
करते हैं।
जनसंचार के प्रमुख कार्य:
• सूचना देना
• शिक्षित करना
• मनोरंजन करना
• निगरानी करना
• एजेंडा तय
करना
• विचार-विमर्श
के लिये मंच
उपलब्ध कराना
20 comments:
very nice
मै भी हिन्दी माध्यम का पत्रकारिता का विद्यार्थी हुँ। मुझे कॉलेज मे इंग्लिश मे लिखाते है । परेशानी होने के कारण नेट पर सर्च कर कर के थक गया। कोई परफेक्ट नोट्स मिल ही नही रहे थे। ढुढते आखिर कार यह हाथ लग ही गया। बहुत खुश हु।जिसने भी शुरू किया है उसका भगवान भला करे।
और तहेदिल शुक्रिया।
ईसे जारी रखे
मै भी हिन्दी माध्यम का पत्रकारिता का विद्यार्थी हुँ। मुझे कॉलेज मे इंग्लिश मे लिखाते है । परेशानी होने के कारण नेट पर सर्च कर कर के थक गया। कोई परफेक्ट नोट्स मिल ही नही रहे थे। ढुढते आखिर कार यह हाथ लग ही गया। बहुत खुश हु।जिसने भी शुरू किया है उसका भगवान भला करे।
और तहेदिल शुक्रिया।
ईसे जारी रखे
बहुत-बहुत धन्यवाद
Thnxx too much
Thnxx too much
हमें हिंदी माध्यम में नोट्स बमसी का कैसे उपलब्ध होगा।
प्लीज हेल्प
Bohut khoob
पत्रकारिता से संबंधित उम्दा ब्लॉगिंग के तहेदिल से शुक्रिया।
कृपया इसे जारी रखें।
Very nice information keep it up
For more
https://www.naukari9.com/2018/08/communication-and-mass-communication.html?m=1
https://www.naukari9.com/2018/08/communication-and-mass-communication.html?m=1
Great job bhai.
Nice
👍🏻
PlZ aap journalism ke ke bare me Hindi me infotinform dete rahiyega qki mujhe iska entrence dena hai
धन्यवाद
M.A JMC hindi ke notes kha par milege please help
Thank.u hmko bhi hindi me hi chahiye tha
आपके इस परोपकार के लिए ऋणी हू आपका बहुत ही अच्छी विषय वस्तु प्रस्तुत की है अपने, तहेदिल से शुक्रिया आपका 😊😊📚📚
"ज़नमाध्यमों की भूमिका एवं उसका महत्व" का नोट्स बता दीजिए
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